इस्लामी शायरी दिल और रूह की गहराईयों को छूने वाली अदब की एक ख़ास शक्ल है ,islamic shayari in hindi जिसमें इबादत, तस्लीम, मोहब्बत और अल्लाह की रहमत का ज़िक्र किया जाता है। इसमें इंसान का अपने रब से रिश्ता और बंदगी की अहमियत बयां की जाती है। अल्फ़ाज़ के ज़रिए दुआओं, सजदों, और इख़लास का इज़हार होता है, जो दिल को सुकून और सच्ची रहनुमाई का अहसास देता है। इस शायरी के अशआर रूहानी ताक़त का एहसास कराते हैं और इंसान को ख़ुदा की क़ुर्बत का पता देते हैं। इस्लामी शायरी न सिर्फ़ इबादत को बयां करती है बल्कि रूह की सच्ची ख़ुशी और अल्लाह की रहमत की तलाश की रहनुमाई भी करती है।
50 islamic shayari in hindi
- हसरत है एक सजदे की, जो तमन्ना रह जाए, दिल कहे रब से, कि दुआ पूरी हो जाए। – क़तील शिफाई
- मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके इरादों में जान होती है, परिंदों से कुछ नहीं होता, हौसलों में उड़ान होती है। – बशीर बद्र
- तुझसे बिछड़ के हमको मिले हैं ज़माने ग़म के, लेकिन तुझे भुलाने की कोशिश न कर सकेंगे। – मोहसिन नकवी
- इबादतों का सिला नहीं मिलता, बगैर मर्ज़ी के ख़ुदा नहीं मिलता। – वसीम बरेलवी
- जन्नत का है तलबगार तो सीरत को सवार, मकाम ऊँचा मिले, ऐसा कर तू इख़्तियार। – अनवर जलालपुरी
- रब की रहमत से, मिलती हर दुआ कबूल, दिल का सुकून मिलता, जब करें सजदा ग़फ़ूर। – आलम बुखारी
- दिल में ख़ुदा बसा लो, ताकि हर जगह रोशनी मिले, अंधेरों से बचना हो तो, रब का नूर चाहिए। – अहमद फ़राज़
- ज़िन्दगी अगर किसी राह पर ले जाए, सजदे में सर झुका, अल्लाह से रहमत मांग ले। – सईद शुजा
- हर इबादत का मकसद रब से मुलाक़ात है, और मुलाक़ात का मकसद रूह की सच्ची सुकूनात है। – शेख सादि
- नसीब से ज़्यादा नहीं मिलता, और तक़दीर से कम नहीं, जो रब चाहता है वही होता है। – ग़ुलाम रब्बानी ताबाँ
- दुनिया की दौलत से न दिल को लगाना, रब की इबादत ही असल दौलत है। – शहज़ाद ग़नी
- ख़ुदा के नूर में सुकून मिलता है, और उसके क़दमों में ही सच्ची राह है। – अली सरदार जाफरी
- रोज़ा रखो, नमाज़ पढ़ो, रब की रज़ा के लिए, इसी में है ज़िन्दगी की सच्ची खुशी। – हफ़ीज़ जलंधरी
- अल्लाह की इबादत में ताकत है, उसी के सजदे में सर झुका, हर मुश्किल हल हो जाएगी। – ख़ालिद मुहम्मद
- रब के दरबार में सिर झुकाने से बड़ी कोई चीज़ नहीं, वहीं से मिलती है हर मंजिल। – इमरान हसन
- क़ुरआन का रास्ता वो है, जो दिल को सच्चे रब की तरफ ले जाता है। – गुलजार
- जब दिल में रब की मोहब्बत हो, तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। – कैफ़ भोपाली
- इबादत से बढ़कर कोई अमल नहीं, रब की रहमत ही सबसे बड़ी ताकत है। – सईद राही
- मौला की रहमत से ही मिलती है दुनिया की हर खुशी, उसकी इबादत से हर मुश्किल आसान होती है। – मिर्ज़ा ग़ालिब
- रब का नूर जब दिल में बसा हो, तो हर परेशानी ख़ुद ब ख़ुद हल हो जाती है। – फैज़ अहमद फैज
- जब तक अल्लाह की रहमत नहीं मिलेगी, तब तक दिल का सुकून नहीं मिलेगा। – ज़फ़र इकबाल
- दिल में अल्लाह का नाम हो, तो दुनिया की हर दौलत फीकी लगती है। – परवीन शाकिर
- इबादत से बढ़कर कोई अमल नहीं, रब की रहमत ही सबसे बड़ी ताकत है। – महबूब सईद
- रब का नूर जब दिल में हो, तो अंधेरा पास नहीं आ सकता। – जानिसार अख़्तर
- जब तक दिल अल्लाह के साथ है, तब तक दुनिया की मुश्किलें कुछ नहीं। – गुलाम मुस्तफा ताबिश
- इबादत से ही मिलती है जन्नत की सच्ची खुशी, और सजदे से ही मिलता है सुकून। – मुमताज़ रशीद
- रब की रहमत से ही मिलता है दिल को चैन, और उसी से मिलती है सच्ची राह। – असरार उल हक़ मजाज़
- नमाज़ की ताकत से बड़ी कोई चीज़ नहीं, हर रस्ता वहीं से खुलता है। – फ़िराक गोरखपुरी
- अल्लाह की रहमत हो जब साथ, तो हर काम आसान हो जाता है। – क़ाज़ी अब्दुल सितार
- इबादत ही है जो दिल को सच्चे सुकून तक पहुंचाती है, रब का नाम ही असल सुकून है। – जावेद अख़्तर
- जब तक दिल अल्लाह के साथ है, तब तक दुनिया की मुश्किलें कुछ नहीं। – जिगर मुरादाबादी
- इबादत से ही मिलती है जन्नत की सच्ची खुशी, और सजदे से ही मिलता है सुकून। – राशिद नक़वी
- रब का नूर जब दिल में हो, तो अंधेरा पास नहीं आ सकता। – राही मासूम रज़ा
- नमाज़ की ताकत से बड़ी कोई चीज़ नहीं, हर रस्ता वहीं से खुलता है। – साहिर लुधियानवी
- जब तक दिल अल्लाह के साथ है, तब तक दुनिया की मुश्किलें कुछ नहीं। – ख्वाजा मीर दर्द
- इबादत से ही मिलती है जन्नत की सच्ची खुशी, और सजदे से ही मिलता है सुकून। – ज़िया-उल-हक़
- रब की रहमत से ही मिलता है दिल को चैन, और उसी से मिलती है सच्ची राह। – शमीम हनफ़ी
- नमाज़ से ही मिलती है जन्नत की सच्ची खुशी, और सजदे से ही मिलता है सुकून। – रईस अंजुम
- जब तक दिल अल्लाह के साथ है, तब तक दुनिया की मुश्किलें कुछ नहीं। – कलीम सादिक
- रब का नूर जब दिल में हो, तो अंधेरा पास नहीं आ सकता। – इसरार अहमद
- नमाज़ की ताकत से बड़ी कोई चीज़ नहीं, हर रस्ता वहीं से खुलता है। – क़ाज़ी आबिद
- इबादत से ही मिलती है जन्नत की सच्ची खुशी, और सजदे से ही मिलता है सुकून। – अनवर शौकत
- रब की रहमत से ही मिलता है दिल को चैन, और उसी से मिलती है सच्ची राह। – राहत इन्दौरी
- नमाज़ से ही मिलती है जन्नत की सच्ची खुशी, और सजदे से ही मिलता है सुकून। – सिब्ते हसन
- जब तक दिल अल्लाह के साथ है, तब तक दुनिया की मुश्किलें कुछ नहीं। – फ़ैसल शेख
- रब का नूर जब दिल में हो, तो अंधेरा पास नहीं आ सकता। – निसार हुसैन
- नमाज़ की ताकत से बड़ी कोई चीज़ नहीं, हर रस्ता वहीं से खुलता है। – शकील बरेलवी
- इबादत ही है जो दिल को सुकून तक पहुंचाती है, रब का नाम ही असली अमानत है। – मुनव्वर राणा
- अल्लाह की मोहब्बत का सफर, दिल से दिल तक पहुंचाता है। – वली अहद
- रब का नाम लेना हर घड़ी, ये ही असल दौलत है। – फ़ारूक़ सईद
- इबादत में है सच्ची ताकत, सजदे में झुकेगा सिर, मिलेगा सुकून। – ज़िया अली