Ghusl Ki Dua ka tarika step by step
गुस्ल करने की दुआ
गुस्ल से पहले एक दुआ पढ़ी जाती है जिसमें कहा जाता है:
“اللهم إني أعوذ بك من الخبث والخبائث“
(अल्लाहुम्मा इनी आऊज़ु बिका मिन अल-खुब्थ वल-ख़बाइथ)
इसका मतलब है, “हे अल्लाह! मैं तुम्हारी शरण में आता हूँ बुरे जिन्नों और जिन्नात से।”
यह दुआ गुस्ल से पहले की जाती है ताकि आप गुस्ल के लिए तैयार हो सकें।
गुस्ल की नियत
गुस्ल करने से पहले दिल से इरादा करना ज़रूरी है कि आप गुस्ल करेंगे। यह इरादा आपकी मानसिक और शारीरिक पवित्रता के लिए है। आप खुद को तैयार करते हैं ताकि गुस्ल सही तरीके से किया जा सके।
गुस्ल करने का आसान तरीका
- नियत (इरादा): गुस्ल से पहले दिल से तय करें कि आप गुस्ल करेंगे।
- हाथ धोना: दोनों हाथ अच्छे से धोएं। बायां हाथ पहले धोएं और फिर दायां हाथ।
- निजी अंगों की सफाई: अपने निजी अंगों को अच्छे से साफ करें।
- वजू करना: हाथ, मुँह, नाक, पैर और चेहरे को धोएं।
- पानी डालना: पूरे शरीर पर पानी डालें और अच्छे से धोएं। शिर, कंधे और नितंब को अच्छे से धोएं।
- सुखाना: गुस्ल के बाद शरीर को अच्छे से सुखा लें।
गुस्ल करने के बाद
- सुखाना: शरीर को पूरी तरह से सुखा लें।
- साफ होना: सुनिश्चित करें कि शरीर पूरी तरह से साफ है और कहीं पानी नहीं छूट गया है।
गुस्ल की शर्तें
- नियत (इरादा): दिल से गुस्ल करने का इरादा होना चाहिए।
- पानी : गुस्ल करने के लिए पानी होना जरूरी है।
- शरीर की सफाई: शरीर पर कोई गंदगी नहीं होनी चाहिए।
कुरान और हदीस के आधार पर:
- कुरान में: “और अगर तुम जनेब हो तो अच्छे से गुस्ल करो।” (सूरह अल-मायिदा, 5:6)
- हदीस में: “नबी ﷺ ने कहा: जब तुम गुस्ल करो, तो अच्छे से गुस्ल करो।” (सही बुखारी और मुस्लिम)
ग़ुस्ल की दुआ को और बेहतर तरीके से जानें। यह दुआ सफाई और पाकीज़गी का इस्लामी नुस्खा है। इस ग़ुस्ल की दुआ को पढ़ने से आपको आत्मिक और शारीरिक सफाई का फायदा होगा।
Ghusl Ki Dua के ज़रिए अपने जानकारी को हासिल कर लिया होगा। हमें उम्मीद है कि इस पोस्ट को पढ़कर आपको सफाई और बरकत का अहसास हुआ होगा। Ghusl Ki Dua से जुड़ी और जानकारी के लिए हमें कमेंट करें, अपने दोस्तों के साथ शेयर करें, और हमारे साथ जुड़ें!