Namaz Rakat in Hindi
फज़र की नमाज़ की रकत – ४
जोहर की नमाज़ की रकत – १२
असर की नमाज़ की रकत – ८
मग़रिब की नमाज़ की रकत – ४
इशा की नमाज़ की रकत – १७
जुम्मा की नमाज़ की रकत – १४
नवाफिल नमाज़ २-२ रकात कर के पढ़े
तहज्जुद की नमाज़ की रकत – १२
इशराक की नमाज़ की रकत – ४
चास्त की नमाज़ की रकत – ८
अवाबीन की नमाज़ की रकत – ६
नमाज़ की रकात हिंदी में
1. फर्ज़ (अनिवार्य) नमाज़
ये वे अनिवार्य प्रार्थनाएँ हैं, जिन्हें हर मुसलमान को अदा करना आवश्यक है:
- फज्र: 2 रकात
- दुहर: 4 रकात
- असर: 4 रकात
- मगरिब: 3 रकात
- ईशा: 4 रकात
2. सुन्नत (प्रस्तावित) नमाज़
ये वे प्रार्थनाएँ हैं, जिन्हें पैगंबर मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) नियमित रूप से अदा करते थे:
- फज्र: 2 रकात (फर्ज से पहले)
- दुहर: 2 या 4 रकात (फर्ज से पहले) और 2 रकात (फर्ज के बाद)
- असर: 2 रकात (फर्ज से पहले)
- मगरिब: 2 रकात (फर्ज के बाद)
- ईशा: 2 रकात (फर्ज के बाद)
3. वित्र
- वित्र: 3 रकात (ईशा के बाद अदा की जाती है)। यह सुन्नत मुकर्रर (वाजिब) है।
4. नफ्ल (वैकल्पिक) नमाज़
ये अतिरिक्त प्रार्थनाएँ हैं जिन्हें किसी भी समय अदा किया जा सकता है:
- तहजुद: आमतौर पर 2 रकात या अधिक (रात के समय अदा की जाती है)।
- दुआ (अर्ज़ी): आप अतिरिक्त नफ्ल प्रार्थनाएँ कभी भी अदा कर सकते हैं।
रकातों का सारांश
- फर्ज़: अनिवार्य (अनिवार्य) प्रार्थनाएँ।
- सुन्नत: फर्ज़ प्रार्थनाओं को पूरा करने वाली अनुशंसित प्रार्थनाएँ।
- वित्र: ईशा के बाद अदा की जाने वाली विषम संख्या में रकातें।
- नफ्ल: वैकल्पिक प्रार्थनाएँ जो किसी भी समय अदा की जा सकती हैं।
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1. नमाज़ की रकात (Namaz ki Rakat)
नमाज़ की रकात प्रत्येक नमाज़ के लिए अलग-अलग होती हैं। उदाहरण के लिए:
- फजर: 2 रकात
- ज़ोहर: 4 रकात
- असर: 4 रकात
- मग़रिब: 3 रकात
- ईशा: 4 रकात
2. ईशा की नमाज़ की रकात (Isha ki Namaz ki Rakat)
ईशा की नमाज़ 4 रकात फर्ज़, 2 रकात सुन्नत, और 3 रकात वित्र के साथ कुल 9 रकात होती है।
3. तहज्जुद की नमाज़ की नियत (Tahajjud ki Namaz ki Niyat)
तहज्जुद की नमाज़ की नियत इस प्रकार है:
“मैं 2 रकात नमाज़ तहज्जुद की नियत करता/करती हूँ, अल्लाह त’आला के लिए, मुंह काबा शरीफ की तरफ।”
4. जनाज़े की नमाज़ की दुआ (Janaze ki Namaz ki Dua)
जनाज़े की नमाज़ में पढ़ी जाने वाली दुआ:
“अल्लाहुम्मा ग़फिर लि-हय्यिना व मय्यितिना, व शाहिदिना व ग़ाइबिना, व सग़ीरिना व कबीरिना, व जकरिना व उन्साना। अल्लाहुम्मा मन अहयैतहु मिन्ना फा अहयीहि अलल इस्लाम, व मन तवफ्फैतहु मिन्ना फा तवफ्फहु अलल ईमान।”
5. नमाज़ की नियत (Namaz ki Niyat)
नमाज़ की नियत हर नमाज़ के लिए अलग होती है। उदाहरण:
“मैं 2 रकात नमाज़ फजर की नियत करता/करती हूँ, अल्लाह त’आला के लिए, मुंह काबा शरीफ की तरफ।”
6. नमाज़ की दुआ (Namaz ki Dua)
नमाज़ के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ:
“सुब्हानल्लाह, अल्हम्दुलिल्लाह, अल्लाहु अकबर।” (33 बार)
और फिर:
“ला इलाहा इल्लल्लाहु वहदहु ला शरीक लहु, लहुल मुल्कु व लहुल हम्दु व हुवा अला कुल्लि शयइन क़दीर।”
7. नमाज़ की सूरह हिंदी में PDF (Namaz ki Surah Hindi me PDF)
नमाज़ की सूरह (जैसे सूरह फातिहा, सूरह इख़लास, आदि) हिंदी में PDF डाउनलोड करने के लिए आप इस्लामिक वेबसाइट या ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं।
8. ज़ोहर की नमाज़ की रकात (Zohar ki Namaz ki Rakat)
ज़ोहर की नमाज़ 4 रकात फर्ज़ और 2 रकात सुन्नत के साथ कुल 6 रकात होती है।
9. ईद की नमाज़ की नियत (Eid ki Namaz ki Niyat)
ईद की नमाज़ की नियत:
“मैं 2 रकात नमाज़ ईदुल फित्र/ईदुल अज़हा की नियत करता/करती हूँ, अल्लाह त’आला के लिए, मुंह काबा शरीफ की तरफ।”
10. जुम्मा की नमाज़ की रकात (Jumma ki Namaz ki Rakat)
जुम्मा की नमाज़ 2 रकात फर्ज़ होती है, जिसके पहले 4 रकात सुन्नत और बाद में 4 रकात सुन्नत पढ़ी जाती है।
11. असर की नमाज़ की रकात (Asar ki Namaz ki Rakat)
असर की नमाज़ 4 रकात फर्ज़ होती है।
12. तहज्जुद की नमाज़ की रकात (Tahajjud ki Namaz ki Rakat)
तहज्जुद की नमाज़ कम से कम 2 रकात और अधिकतम 12 रकात तक पढ़ी जा सकती है।
13. फजर की नमाज़ की रकात (Fajr ki Namaz ki Rakat)
फजर की नमाज़ 2 रकात फर्ज़ और 2 रकात सुन्नत के साथ कुल 4 रकात होती है।
14. मग़रिब की नमाज़ की रकात (Magrib ki Namaz ki Rakat)
मग़रिब की नमाज़ 3 रकात फर्ज़ और 2 रकात सुन्नत के साथ कुल 5 रकात होती है।
15. जुमे की नमाज़ की रकात (Jume ki Namaz ki Rakat)
जुमे की नमाज़ 2 रकात फर्ज़ होती है, जिसके पहले 4 रकात सुन्नत और बाद में 4 रकात सुन्नत पढ़ी जाती है।
16. नमाज़ की दुआ हिंदी में (Namaz ki Dua in Hindi)
नमाज़ के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ:
“सुब्हानल्लाह, अल्हम्दुलिल्लाह, अल्लाहु अकबर।” (33 बार)
और फिर:
“ला इलाहा इल्लल्लाहु वहदहु ला शरीक लहु, लहुल मुल्कु व लहुल हम्दु व हुवा अला कुल्लि शयइन क़दीर।”
17. वित्र नमाज़ की दुआ (Witr Namaz ki Dua)
वित्र नमाज़ की तीसरी रकात में “क़ुनूत” की दुआ पढ़ी जाती है:
“अल्लाहुम्मा इन्ना नस्तईनुका व नस्तग्फिरुका व नस्तह्दीका व नु’मिनु बिका व नतुबु इलैका व नतवक्कलु अलैका व नुस्नी अलैकल ख़ैर कुल्लहु व नश्कुरुका व ला नक्फुरुका व नख्लाउ व नतरुकु मैय्यफ्जुरुक।”
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