Bathroom jane ki dua पढ़ने का सही तरीका जानिए और अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में इसे अपनाएं। इस्लाम में सफाई और पाकीज़गी की एहमियत को समझते हुए, यहां पर आपको सही हिदायत मिलेगी।
bathroom jane ki dua arbic/hindi/english
अरबी: اللهم إني أعوذ بك من الخبث والخبائث
हिंदी: अल्लाहुम्मा इंनी आ’उधु बिका मिन अल-खुब्थी वल-ख़बा’इथ
हिंदी में अर्थ: हे अल्लाह, मैं तुम्हारे पास शैतान की बुराईयों से पनाह मांगता हूँ।
रोमन हिंदी: Allahumma inni a’udhu bika min al-khubthi wal-khaba’ith
English: O Allah, I seek refuge with You from the male and female devils.
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FAQ
क्या इस्लाम में पेशाब करने के बाद टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं?
हाँ, इस्लाम में पेशाब करने के बाद टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि इस्लामी हिदायत के अनुसार, सफाई के लिए पानी का भी प्रयोग किया जाए। पानी का प्रयोग नपाकी को दूर करने के लिए आवश्यक है।
इस्लाम में पेशाब हराम क्यों है?
इस्लाम में पेशाब स्वयं हराम नहीं है, लेकिन इस्लामिक शरीयत के अनुसार, पेशाब और अन्य शारीरिक क्रियाएँ धार्मिक रूप से साफ-सुथरी रहनी चाहिए। पेशाब करने के बाद साफ-सफाई पर ध्यान देना अनिवार्य है ताकि ताहारत (पाकीज़गी) बनी रहे।
मुसलमान पेशाब करने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट क्यों धोते हैं?
मुसलमान पेशाब करने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट को धोते हैं ताकि ताहारत बनी रहे और नपाकी से बचा जा सके। इस्लाम में सफाई को आध्यात्मिक और शारीरिक शुद्धता के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।