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Safar Ki Dua in Hindi | सफ़र की दुआ हिंदी में

Safar ki Dua – सफर की दुआ (Dua for Travel) इस्लाम में एक बहुत ही प्यारी और फायदेमंद दुआ है, जिसे हर मुसलमान को सफर शुरू करने से पहले पढ़ना चाहिए। यह दुआ न सिर्फ सुरक्षित यात्रा की दुआ है, बल्कि अल्लाह की मदद, हिफ़ाज़त और रहमत मांगने का तरीका भी है।

सफ़र की दुआ क्या है? (What is Safar Ki Dua?)

Safar Ki Dua एक खास दुआ है जो हम किसी भी यात्रा पर निकलते वक्त पढ़ते हैं — चाहे वो ज़मीन, हवा या पानी से हो। यह दुआ अल्लाह से सुरक्षा, आशीर्वाद और सही मार्गदर्शन के लिए पढ़ी जाती है।

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Safar Ki Dua in Hindi | सफ़र की दुआ हिंदी में 2

Safar Ki Dua in Hindi – सफ़र की दुआ हिंदी में

“सुब्हानल्लजी सख्खरलना हाजा वमाकुन्ना लहू मुक़रिनीन व् इन्न इला रब्बिना लमुन कलीबुन”

इस दुआ को पढ़ने के बाद, यह सलाह दी जाती है कि आप “सुब्हानल्लाह” (3 बार), “अल्हम्दुलिल्लाह” (3 बार), और “अल्लाहु अकबर” (3 बार) पढ़ें, ताकि सफर के दौरान अल्लाह की और ज्यादा हिफाज़त और बरकत मांगी जा सके।

सफर करने की दुआ | Safar Karne Ki Dua

जब भी आप किसी यात्रा पर निकलते हैं, तो इस दुआ को पढ़ना सुन्नत है। इसे सफर करने की दुआ या सफर में जाने की दुआ भी कहा जाता है। यह दुआ नबी करीम ﷺ ने सिखाई है ताकि हमारा सफर महफूज़ और आसान हो।

Safar Ki Dua Meaning (Tarjuma) – Translation in Hindi

तर्जुमा:
मैं अल्लाह तआला के कामिल कलीमात के साथ उसकी मखलूक के शर से पनाह में आता हूं।

सफ़र की दुआ अरबी में (Safar Ki Dua in Arabic)

سُبْحَانَ الَّذِي سَخَّرَ لَنَا هَذَا وَمَا كُنَّا لَهُ مُقْرِنِينَ، وَإِنَّا إِلَى رَبِّنَا لَمُنْقَلِبُونَ

इसे आमतौर पर सफर में जाने की दुआ के रूप में भी जाना जाता है। इसका मक़सद है कि मुसाफिर अल्लाह की हिफाजत में रहे और उसका सफर खैरियत से पूरा हो।

सफ़र की दुआ उर्दू में (Safar Ki Dua in Urdu)

“پاک ہے وہ ذات جس نے ہمارے لیے اس سواری کو تابع کیا، حالانکہ ہم اسے قابو میں نہیں لا سکتے تھے۔ اور یقیناً ہم اپنے رب ہی کی طرف لوٹ کر جانے والے ہیں۔”
(कुरान 43:13-14)

सफ़र की दुआ हिंदी में अर्थ | Safar Me Jaane ki dua

“महिमावान है वह (अल्लाह) जिसने हमारे लिए इस सवारी को वश में किया, वरना हम इसमें समर्थ नहीं थे। और निश्चय ही हमें अपने रब की ओर लौटना है।”

Safar Karne ki Dua Importance

इस्लाम में सफर के दौरान मुसीबतें और अनजाने खतरे हो सकते हैं। इसलिए, अल्लाह (SWT) से सुरक्षा की दुआ करना हमें उसकी हिफ़ाज़त और रहमत में लाता है। यह दुआ हमारे ईमान को मजबूत करती है और याद दिलाती है कि हम सिर्फ अल्लाह पर भरोसा करते हैं।

Safar Ki Dua Summary Table

मुद्दाविवरण
अरबी दुआسُبْحَانَ الَّذِي سَخَّرَ لَنَا…
हिंदी अर्थअल्लाह ने ही सवारी को काबू में किया, और हम उसकी ओर लौटेंगे।
कब पढ़ेंयात्रा शुरू करने से पहले, वाहन में बैठते समय, रुकने पर, मंज़िल पर पहुंचने पर।
कहां से लिया गयाकुरान (सूरह ज़ुखरुफ़ 43:13–14)
सुन्नत अमलआयत-उल-कुर्सी पढ़ना, बिस्मिल्लाह कहना, सफर के बाद 2 रकात पढ़ना

सफ़र की दुआ कब पढ़ें?

  • जब भी आप यात्रा शुरू करें — कार, बाइक, ट्रेन, बस या हवाई जहाज़ में बैठें।
  • यात्रा के दौरान जब भी रुकें या डर महसूस करें, यह दुआ दिल से पढ़ें।
  • गंतव्य (Destination) पर सुरक्षित पहुँचने पर अल्लाह का शुक्र अदा करें।

सफ़र के दौरान सुन्नत अमल (Sunnah Practices During Travel)

केवल सफर की दुआ ही नहीं, कुछ और चीजें भी अपनाना चाहिए:

  • वाहन पर बैठते समय “बिस्मिल्लाह” कहें।
  • आयत-उल-कुर्सी पढ़ें ताकि अल्लाह की हिफ़ाज़त में रहें।
  • गंतव्य पर पहुँचकर दो रकात नफ़्ल नमाज़ पढ़ें।
  • सफर के दौरान अल्हम्दुलिल्लाह, अल्लाहु अकबर जैसे जिक्र करते रहें।

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FAQ: सफर की दुआ से जुड़े सामान्य सवाल

क्या ‘सफर करने की दुआ’ वही है जो ‘सफर की दुआ’ कहा जाता है?

जी हाँ, सफर करने की दुआ और सफर की दुआ एक ही दुआ को कहा जाता है। यह दुआ मुसाफ़िर (यात्रा करने वाला) पढ़ता है जब वह किसी सफर पर निकलता है। इसे पढ़ने से अल्लाह की हिफाज़त और रहमत की दुआ मांगी जाती है।

Safar Karne Ki Dua hidayat kab padhein?

Safar karne ki dua उस समय पढ़ी जाती है जब आप सफर शुरू करने वाले हों – जैसे कि वाहन में बैठने के बाद, या जब आप घर से बाहर निकल रहे हों। यह दुआ नबी करीम ﷺ की सुन्नत है और इसे पढ़ने से अल्लाह तआला से सुरक्षा, रहनुमाई और बरकत मांगी जाती है।

क्या यह दुआ हिंदी और इंग्लिश में भी मिल सकती है?

जी हाँ, इस पोस्ट में सफर की दुआ हिंदी में, अरबी में, और इंग्लिश ट्रांसलेशन के साथ दी गई है ताकि सभी लोग आसानी से समझ और याद कर सकें।

निष्कर्ष (Conclusion)

सफ़र की दुआ मुसलमानों के लिए एक रूहानी कवच की तरह है। यह हमें याद दिलाती है कि हमारा हर सफर, हर कदम, अल्लाह की मदद और रहमत से ही मुकम्मल होता है। इस दुआ को याद करें, समझें, और दूसरों के साथ ज़रूर साझा करें।


ARMAN
ARMANhttps://islamforall.in
Arman Tamboli, Masters in Islamic University. 14+ years of experience helping individuals with Islamic Knowledge & Quran. Certified by Islamic Scholar University.
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