Islam Mein Kya Kya Haram Hai? Aapko Zaroor Maloom Hona Chahiye

आज की पोस्ट में हम समझेंगे कि islam mein kya kya haram hai। इस पोस्ट में आपको islam mein kya kya haram hai के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।

Islam Mein Kya Kya Haram Hai

Islam Mein Kya Kya Haram Hai

ये बोहोत ज्यदा जरुरी चीज़े जो इस्लाम में हराम है 

1.शिर्क करना (अल्लाह के साथ किसी को शरीक ठहराना)

  • इस्लाम में सबसे बड़ा गुनाह शिर्क है, जो अल्लाह के साथ किसी को शरीक ठहराता है उसे शिर्क कहते है ।
  • शिर्क के मुताबिक, किसी को अल्लाह की ज़ात, सिफात या अमल में हिस्सा दार समझना हराम है।
  • यह गुनाह माफी के लायक नहीं होता है , अगर तौबा किए बगैर मर जाए।
  • कुरान और हदीस में शिर्क के बारे में सख्त वॉर्निंग्स दी गई हैं।

2. इंटरेस्ट (सूद लेने या देने)

  • सूद यानी इंटरेस्ट इस्लाम में हराम है, चाहे वो बैंक से हो या किसी और तरीके से।
  • इंटरेस्ट-बेस्ड ट्रांजेक्शन्स मुसलमानों के लिए मना हैं क्योंकि यह ज़ुल्म और नाइंसाफी को बढ़ावा देते हैं।
  • कुरान में सूद लेने वालों के लिए अज़ाब का वादा किया गया है।
  • सूद का काम करना या उसमें मदद देना भी हराम है।

3. जुआ खेलना (गैंबलिंग)

  • इस्लाम में जुआ खेलना सख्त मना है, क्योंकि यह लोगों के माल को नाजायज़ तरीके से छीन लेता है।
  • जुआ इंसानी ख्वाहिशात को बढ़ावा देता है और इसमें अक्सर लोग अपनी माल और दौलत गवां बैठते हैं।
  • कुरान में जुआ को शैतानी अमल कहा गया है।
  • यह अमल लोगों को हराम और नशा में मुब्तिला करता है।

4. शराब पीना (अल्कोहल)

  • इस्लाम में शराब पीना सख्त हराम है, क्योंकि यह इंसान की अक़्ल और इमान पर बुरा असर डालता है।
  • शराब इंसान को नशा में मुब्तिला कर के उसे गलत फैसले करने पर मजबूर कर देती है।
  • कुरान में शराब को शैतानी अमल का हिस्सा बता कर इससे दूर रहने की हिदायत दी गई है।
  • शराब के पीछे इंसान के लिए दुनिया और आखिरत दोनों में तबाही है।

5. ग़ीबत करना (चुगली करना)

  • ग़ीबत करना, यानी किसी के पीठ पीछे उसकी बुराई करना, इस्लाम में हराम है।
  • कुरान में ग़ीबत को अपने मुर्दा भाई का गोश्त खाने के बराबर करार दिया गया है।
  • यह अमल नफरत और दुश्मनी को बढ़ावा देता है।
  • ग़ीबत करना इंसानी अखलाक़ियत और ईमान के खिलाफ है।

6. झूठ बोलना

  • इस्लाम में झूठ बोलना सख्त मना है, क्योंकि यह इंसान के कैरेक्टर और इमान को कमजोर करता है।
  • झूठ बोलने वाले को कुरान में मुनाफ़िक से तशबीह दी गई है।
  • झूठ लोगों के दरमियान फितना और फसाद का सबब बनता है।
  • हर हालात में मुसलमान को सच बोलने का हुक्म दिया गया है।

7. ज़िना करना (व्यभिचार)

  • ज़िना यानी व्यभिचार करना इस्लाम में सख्त हराम है।
  • कुरान में ज़िना को गुनाह-ए-अज़ीम करार दिया गया है और इस पर सख्त सज़ा दी गई है।
  • ज़िना से दूर रहने के लिए इस्लाम में शादी को फर्ज करार दिया गया है।
  • ज़िना इंसान के कैरेक्टर और समाज दोनों के लिए नुक़सानदह होता है।

8. किसी बेगुनाह का क़त्ल करना

  • इस्लाम में किसी बेगुनाह इंसान का क़त्ल करना हराम है।
  • कुरान में बेगुनाह का क़त्ल करने वाले के लिए सख्त अज़ाब की वईद दी गई है।
  • इंसान की जान की हिफाज़त इस्लाम में फर्ज है।
  • किसी भी इंसान का क़त्ल अल्लाह के साथ बड़ी बड़ी नफ़रत में शामिल होता है।

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Islam Mein Kya Kya Haram Hai FAQ

क्या इस्लाम में फोटो लेना हराम है?

फोटो लेना मकरूह या हराम हो सकता है

इस पर उलमा में इख्तिलाफ़ है।

कुछ उलमा के मुताबिक फोटो लेना हराम है क्योंकि यह तस्वीर बनाने के दायरे में आता है।

कुछ उलमा के मुताबिक फोटो लेना मकरूह है अगर इसका इस्तेमाल फितना या फहश (बेजा) मकसद के लिए न हो।

क्या लड़की को मैसेज करना हराम है?

नामहरम से बेजा ताल्लुक रखना हराम है

अगर मैसेज करना गैरजरूरी हो और इसके पीछे गलत नीयत हो तो यह हराम है।

इस्लाम में नामहरम के साथ गैरजरूरी ताल्लुकात से बचने का हुक्म है।

अगर बात जरूरी हो और शरीअत की हदों में हो तो जायज़ हो सकता है, मगर एहतियात लाजिमी है।

इस्लाम में ज़िना क्या है और इसकी सज़ा?

ज़िना का मतलब

ज़िना यानी शादी के बाहर हराम ताल्लुक रखना।

ज़िना की सज़ा

शरीअत में ज़िना की सज़ा बहुत सख्त है।

अगर मुहसिन (शादीशुदा) है तो संगसार (पत्थरों से मार कर मौत) की सज़ा दी जाती है।

अगर गैर-मुहसिन (गैर-शादीशुदा) है तो 100 कोड़े मारने की सज़ा है।

यह सज़ा समाज को बुराई से बचाने के लिए है और इसे खुली जगह पर अंजाम दिया जाता है।

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